गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं!

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Ganesh Chaturthi Greetings in Hindi
Ganesh Chaturthi Greetings in Hindi

आपको और आपके परिवार को
गणेश चतुर्थी की भक्तिमय बधाईयां
Ganpati Bappa Morya


भक्ति गणपति। शक्ति गणपति।
सिद्दी गणपति, लक्ष्मी गणपति
महा गणपति, देवो में श्रेष्ठ मेरे गणपति
गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं


सब शुभ कारज में पहले पूजा तेरी,
तुम बिना काम ना सरे, अरज सुन मेरी।
रिध सिध को लेकर करो भवन में फेरी
करो ऐसी कृपा नित करूँ मैं पूजा तेरी।
गणेश चतुर्थी की शुभ कामनाएं!


दिल से जो भी मांगोगे मिलेगा
ये गणेश जी का दरबार है,
देवों के देव वक्रतुंडा महाकाया को
अपने हर भक्त से प्यार है..।।
गणेश चतुर्थी की शुभ कामनाएं


आते बड़े धूम धाम से गणपति जी,
जाते बड़े धूम धाम से गणपति जी,
आखिर सबसे पहले आकर,
हमारे दिलो में बस जाते गणपति जी

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चलो खुशियों का जाम हो जाए,
लेके बप्पा का नाम कुछ अच्छे काम हो जाएं,
खुशियां बाँट के हर जगह,
आज का दिन बप्पा के नाम हो जाए…
गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनायें


मेरे देवता मेरे गणेश प्यारे
तुम पार्वती मां के आंखों के तारे
तेरी प्यारी आंखें तेरी सुंदर मूरत
किरणों जैसे चमके तेरी प्यारी सूरत।
गणेश जी का रूप निराला है
चेहरा भी कितना भोला भाला है
जिन पर भी आती है मुसीबत
उसे इन्हीं ने तो संभाला है…..🙏🏼❣️🙏🏼
…🙏🏼Happy Ganesh Chaturthi🙏🏼…
🙏🏼Ganpati bappa morya🙏🏼


“सबके ईश गणाधीश”

“जय गजानन, जय गणाधीश,
नमन तुमको अपार, सदा देते रहना आशीष,
माता पार्वती ने अपने तन के उबटन से,
बनाया था छोटा सा गणेश,
गणेश तुम्हारा बलिदान मेरे शीश,

माता ने दी थी आज्ञा कोई भी ना हो कक्ष भीतर प्रवेश,
चाहे ही वह क्यूँ ना हों कोई भी ईश,
माता की आज्ञा पूरी करते,
दिए थे लगभग अपने प्राण तीज,
गणेश तुम्हारा बलिदान मेरे शीश,

माता के पुत्र वियोग से जब शम्भु भी हुए थे विचलित,
आदेश दिया लाओ कोई ऐसे नवजात का शीश,
जिसकी तरफ़ उसकी माँ ने की हो पीठ,
गणो ने अविलम्ब काटा था वो नवजात शीश,
ओ नवजात गजपुत्र तुम्हारा बलिदान मेरे शीश,

जब कार्तिकेय से हुआ था शब्द युद्ध,
हैं माता पिता किसके ज़्यादा अज़ीज़,
कार्तिकेय चले थे जल-थल-नभ नापने,
तुमने बताया था माता पिता हैं तुम्हारे तीनों लोक जैसे पूजनीय,
गणेश तुम्हारा बलिदान मेरे शीश,

तुम छोटे से नटख़ट बड़े,
हैं मूष तुम्हारी सवारी,
लड्डू मोदक से मैं पूजन करूँ,
करिए स्वीकार आराधना हमारी,
गणेश तुम्हारा बलिदान मेरे शीश,

मेरा घर-बर आँगन सब तुमको समर्पित,
सबसे पहले पूजूँ तुमको,
दूँ अर्घ्य मोदक संग दूब अपने आँगन की,
आइए हर साल गजानन मेरे, सब मिल मनाएँ चतुर्थी
गणेश तुम्हारा बलिदान मेरे शीश,
यूँ ही देते रहना आशीष।


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